इंडियन रेलवे द्वारा किसान रेल योजना शुरू की गई है यह ट्रेन महाराष्ट्र और बिहार के बीच चलाई गई है कोरोनावायरस के चलते किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है वहीं अब मध्य रेलवे ने किसानों की सुविधा के लिए महाराष्ट्र के देवलाली और बिहार के दानापुर के बीच किसान स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की है
किसान रेल द्वारा उन चीजों को लाया और ले जाया जाएगा जो जल्दी खराब हो जाती है जैसे सब्जियां, फल, मछली, मीट, आदि किसान को उन चीजों का सही मूल्य उनके सही समय पर मिल पाएगा इसलिए इस ट्रेन का आयोजन किया गया है
इस योजना का मुख्य उद्देश्य है 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करना है | मध्य रेलवे ने सभी किसानों और एग्रीगेटर, मार्केट कमेटी, लोडरो से आग्रह किया है कि वह इस ट्रेन सर्विस का लाभ उठाएं
किसान रेल रूट
देवलाली – नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी , मानिकपुर, प्रयागराज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर और बक्सर रुकेगी | इस ट्रेन का लाभ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों को भी मिलेगा |
कुछ मुख्य तथ्य
यह रेल साप्ताहिक आधार पर चलेगी और डिमांड बढ़ने पर इसके फेरे बढ़ाए जा सकते हैं | यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम 6.45 बजे पटना के पास स्थित दानापुर स्टेशन पर पहुंचेगी
किसान रेल का किराया नासिक से दानापुर तक ₹4001रूपये है | और मनमाड से तक दानापुर का किराया ₹3849 रूपये है | और जलगांव से दानापुर का किराया ₹3513 रूपये है | और भुसावल से दानापुर का किराया ₹3459 रूपये है | बुरहानपुर से दानापुर का किराया ₹3323 रूपये है | और खंडवा से दानापुर का किराया 3148 रूपये है
किसान रेल 1519 किलोमीटर का सफर 32 घंटे में तय करेगी
किसान रेल में रेफ्रिजरेटर बोगियों भी शामिल है जल्द खराब होने वाली सब्जियां, मीट, मछली, दूध आदि को इन रेफ्रिजरेटर बोगियों में रखा जाएगा | इसे रेलवे ने 17 टन की क्षमता के साथ नए डिजायन के रूप में निर्मित करवाया है
सर्वप्रथम इस ट्रेन का प्रस्ताव 2009 – 2010 में ममता बनर्जी ने रखा था तब उस समय वह रेल मंत्री थी | लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हो सकी थी